पुस्तक परिचय: How I Taught My Grandmother to Read and Other Stories|हाउ आई टॉट माय ग्रांडमदर टू रीड एंड अदर स्टोरीज
पुस्तक: How I Taught My Grandmother to Read and Other Stories
लेखिका: सुधा मूर्ति
पुस्तक की भाषा: अंग्रेजी
मूल्य: किंडल ईबुक: 122.55 रूपये / पुस्तक: 129 रूपये
लेखिका परिचय: सुधा मूर्ति जी का जन्म: 19 अगस्त 1950, को कर्नाटका में हुआ सुधा जी एक शिक्षिका, समाजसेवी, तथा प्रसिद्द लेखिका हैं, सुधा मूर्ति जी ने अपने जिंदगी के अनुभवों को किताबों के माध्यम से दुनिया के साथ साझा किया है। उन्होंने आम आदमी की पीड़ाओं को शब्दों में पिरोते हुए कई उपन्यास लिखे हैं। सभी उपन्यासों में महिला किरदारों को बेहद मजबूत और सिद्धांतों पर अडिग दर्शाया गया है।
इसके अलावा उन्होनें तकनीकी किताबें, यात्रा, छोटी कथाओं के संग्रह बच्चों के लिए भी अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा में किताबें लिखी हैं।
सभी पाठकों को बता दें कि सुधा मूर्ति की किताबों का अनुवाद सभी मुख्य भारतीय भाषाओं में किया गया है। सुधा मूर्ति को साहित्य के लिए नारायण अवॉर्ड और साल 2006 में पदम श्री से भी नवाजा जा चुका है।
How I Taught My Grandmother to Read and Other Stories: (हाउ आई टॉट माय ग्रांडमदर टू रीड एंड अदर स्टोरीज) सुधा मूर्ति जी द्धारा लिखी गईं मेरी प्रिय पुस्तकों में से एक है। ये पुस्तक 25 छोटी कहानियों का संग्रह है जिनमे कई उनके अपने अनुभव भी है । इस पुस्तक में सभी कहानियां बेहद सरल और दिल को छू जाने वाली है।
सुधा मूर्ति जी ने इस पुस्तक में ये भी उल्लेख किया कि कैसे उन्होनें अपनी दादी को पढ़ाने के लिए कैसे पढ़ा और उनकी दादी ने कैसे उस बारह वर्षीय लड़की से वर्णमाला सिखाने के लिए कहा। इस पुस्तक में सुधा मूर्ति ने जेआरडी टाटा के साथ अपने मुठभेड़ के बारे में भी लिखा है।
इस किताब की सभी कहानियां अपने पाठकों को प्रेरणा देती हैं। लेखिका ने इस पुस्तक में सरल और मनोरंजक तरीके से कहानियों का वर्णन किया है जिसे काफी पसंद किया जाता है।
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